जैविक गन्ने का सिरका

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जैविक गन्ने का सिरका विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में मददगार होता है। निम्नलिखित बीमारियों में जैविक गन्ने के सिरके का उपयोग किया जाता है:

1. ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए
2. डायबिटीज के नियंत्रण के लिए
3. कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए
4. कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए
5. मोटापा कम करने के लिए
6. सीने में जलन को कम करने के लिए
7. पाचन को सुधारने के लिए
8. विटिलिगो के उपचार के लिए
9. सिर में खुजली को कम करने के लिए
10. जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए
11. स्किन इंफेक्शन के उपचार के लिए
12. नजला और खांसी में राहत के लिए
13. अल्सर के उपचार के लिए
14. किडनी स्टोन के उपचार के लिए

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सिरके के फायदे
सिरके के फायदे की बात करें, तो औषधि के रूप में सिरका काफी फायदेमंद माना जाता है। किन-किन समस्याओं में इसका उपयोग लाभकारी सिद्ध हो सकता है, आइए अब इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

 

1. डायबिटीज में मददगार
सिरके का उपयोग डायबिटीज की समस्या को दूर करने में काफी लाभकारी माना जाता है। इसकी वजह यह है कि इसमें एसिटिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। वहीं, एक शोध के माध्यम से इस बात की पुष्टि की गई है कि एसिटिक एसिड शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को सक्रीय करता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। इस कारण यह कहा जा सकता है कि डायबिटीज की समस्या को दूर करने में सिरके के लाभ पाए जा सकते हैं

2. वजन करे कम
अगर आप मोटापे की समस्या से परेशान हैं, तो इसमें सिरके का उपयोग आपके लिए काफी लाभकारी साबित हो सकता है। इस समस्या से संबंधित एक शोध में इस बात का जिक्र किया गया है कि सिरके का नियमित सेवन न केवल ट्राइग्लिसराइड्स (वसा का एक प्रकार) की बढ़ती मात्रा को नियंत्रित करता है, बल्कि उपापचय (Metabolism) प्रक्रिया में सुधार कर शरीर पर जमी अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने में सहायक माना जाता है

3. कोलेस्ट्रोल घटाए
सिरके में एसिटिक एसिड होने की वजह से इसका सेवन मोटापा और हाई बीपी की समस्या को दूर करता है। साथ ही कैल्शियम का अवशोषण करता है। साथ ही यह कोलेस्ट्रोल (खासकर बैड कोलेस्ट्रोल) और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को भी नियंत्रित करने की भी क्षमता रखता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में सिरके के लाभ पाए जा सकते हैं

4. बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोके
बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने के लिए सिरके का सेवन बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने में मददगार साबित हो सकता है

5. दिल का रखे ख्याल
लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि सिरका शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित करता है। साथ ही ब्लड शुगर को भी कम करने में सहायक माना जाता है। यह दोनों ही स्थिति दिल से संबंधित समस्याओं को बढ़ाने का काम करती हैं। वहीं, इस संबंध में किए गए एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है कि सिरका का उपयोग एथेरोस्क्लेरोसिस (आर्टरी वाल में फैट, कोलेस्ट्रॉल का जमना और धमनियों का सिकुड़ना) की समस्या को दूर करने में भी लाभकारी साबित होता है ( एथेरोस्क्लेरोसिस एक ऐसी समस्या है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के साथ-साथ हार्ट अटैक का भी कारण बनती है।

6. अल्जाइमर में दिलाए राहत
बढ़ती उम्र के प्रभाव और सिरके से संबंधित एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई कि सिरके में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो एडवांस ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) की प्रक्रिया को रोकने का कार्य करते हैं। AGEs प्रक्रिया में विषैले पदार्थ प्रोटीन या लिपिड के साथ मिल जाते हैं और उम्र से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को प्रदर्शित करते हैं। अल्जाइमर की समस्या भी बढ़ती उम्र का ही एक प्रभाव है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि सिरका का उपयोग अल्जाइमर की समस्या में भी लाभकारी सिद्ध होता है । ऐसे में अल्जाइमर की समस्या से बचाव के लिए अल्जाइमर की समस्या को बढ़ावा देने वाले खाद्यों के साथ सिरकों को मिलाकर लेना फायदेमंद हो सकता है

7. किडनी की पथरी की समस्या से बचाव
किडनी से संबंधित समस्याओं को दूर करने में भी सिरका फायदेमंद साबित हो सकता है। बताया जाता है कि सिरके में एंटी-नेफ्रोलिथियासिस (किडनी की पथरी को रोकने वाला) प्रभाव पाया जाता है ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि सिरके के लाभ में किडनी संबंधित समस्याओं से छुटकारा भी शामिल है। सिर्फ किड्नी ही नहीं, बल्कि वहीं दूसरी ओर एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि सेब के सिरके में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो ऑक्सीकरण के कारण होने वाले लिवर संबंधी जोखिमों को दूर करने में भी सहायक हो सकते हैं ऐसे में यह किड्नी और लिवर दोनों के लिए उपयोगी हो सकता है।

8. हाइपरटेंशन में सिरके के लाभ
सिरका हाइपरटेंशन की समस्या से छुटकारा पाने का एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। दरअसल, सिरके में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण पाए जाते हैं। इस कारण यह ब्लड प्रेशर की दोनों स्थितियों सिस्टोलिक और डायस्टोलिक पर प्रभावकारी परिणाम प्रदर्शित करने में सक्षम है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि सिरका का उपयोग हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकता है

9. कैंसर से करता है बचाव
सिरके का उपयोग कैंसर जैसी गंभीर समस्या में भी लाभकारी माना जाता है। दरअसल, इस संबंध में किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि एन-नाइट्रोसो-कंपाउंड (N-nitroso-compound) मानव शरीर में ट्यूमर और कैंसर का कारण बनता है। वहीं, सिरके में मौजूद औषधीय गुण इस कंपाउंड के प्रभाव को कम करने में सहायक साबित होते हैं। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि सिरके का उपयोग कैंसर के जोखिमों को भी कम करने में मददगार साबित हो सकता है

10. मुंह के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
सिरके के लाभ में से एक है, मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखना। यह मुंह में मौजूद सभी कीटाणुओं को नष्ट करता है। साथ ही दांतों पर कैविटी जमने से भी रोकता है (10)। इस कारण इसे संपूर्ण मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।

11. दाद की समस्या से दिलाए छुटकारा

12. पैरों की बदबू दूर करने में सहायक
लंबे समय तक जूते पहने रहने की वजह से कई लोगों के पैरों से बदबू आने लगती है। इस समस्या को दूर करने के लिए सेब के सिरके का उपयोग एक घरेलू उपचार के तौर पर किया जा सकता है। इसमें क्लीजनिंग (बैक्टीरिया की सफाई) गुण पाए जाते हैं, जो शरीर पर पनपने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं और शरीर की दुर्गन्ध को भी दूर करने में सहायक माने जाते हैं। इसका इस्तेमाल कई सिरका क्लीनिंग सॉल्यूशन में किया जाता है। सिरका त्वचा के लिए भी उपयोगी हो सकता है

घरेलू उपचार के लिए आप एक टब में दो गिलास पानी डालकर उसमें एक चम्मच सेब का सिरका डाल दें। उसके बाद 10 से 15 मिनट उसमें पैर रखें। पैरों से बदबू अपने आप चली जाएगी। हालांकि, अगर पैर में घाव या चोट हो तो इसका उपयोग बिल्कुल न करें।

13. जेलीफिश के जहर से करता है बचाव
जेलीफिश के डंक से बचाव के लिए भी सिरके के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि सिरके में कुछ ऐसे गुण होते हैं, जिनके कारण यह जेलीफिश के जहर के प्रभाव को नष्ट करने में सहायक साबित हो सकता है। इसके लिए आपको डंक लगने वाली जगह को सिरके को 30 सेकंड के लिए लगाकर रखना होगा। इससे जेलीफिश द्वारा छोड़े गए डंक का जहरीला प्रभाव खत्म हो सकता है

14. फटी एड़ियों में सिरके के लाभ
अगर आप फटी एड़ियों की समस्या से परेशान हैं, तो सिरके का इस्तेमाल आपके लिए काफी लाभकारी साबित हो सकता है। एथिलीट फुट (पैरों से संबंधित इन्फेक्शन) में सिरका घरेलू उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। एड़ियों का फटना भी एथिलीट फुट का ही एक लक्षण है। इस कारण

16. मुंहासों से दिलाए छुटकारा
सेब का सिरका मुंहासों की समस्या से परेशान लोगों के लिए एक बेहतरीन औषधि साबित हो सकता है। दरअसल, सेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इस गुण के कारण यह त्वचा पर मुंहासे पैदा करने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर इस समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है

17. स्किन पिगमेंटेशन को करता है ठीक
सेब का सिरका स्किन पिगमेंटेशन को ठीक करने में सहायक भूमिका निभा सकता है। इसमें मैलिक और लैक्टिक एसिड पाए जाते हैं। इन दोनों की मौजूदगी के कारण सिरका त्वचा को मुलायम बनाता है और त्वचा का पीएच संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, सिरका त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाने और त्वचा पर पड़े लाल धब्बों को दूर करने का काम करता है

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